सस्ते प्रीमियम में सामान्य पॉलिसी मिलती है. हालांकि इलाज की जरूरत पड़ने पर आपको कई गुना ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं.
इंश्योरेंस कंपनियां आमतौर पर आवेदक के स्थायी पते के प्रमाण की भी मांग करते हैं. उसी नियम का पालन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज जमा किए जा सकते हैं.
टॉप-अप हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी एक सप्लीमेंटल हेल्थ इंश्योरेंस प्लान है जो न सिर्फ कवरेज को बढ़ाता है बल्कि प्रीमियम भी अफोर्डेबल होती है.
किसी सर्जरी के लिए अन्य डॉक्टर से भी सलाह लेने की जरूरत महसूस होती है. कुछ हेल्थ प्लान में ऐसे विशेषज्ञ सलाह की सुविधा दी जाती है.
हॉस्पिटल कैश पॉलिसी इलाज के दौरान खर्च में कमी लाती है क्योंकि इसमें ऐसे कुछ खर्च शामिल हैं जो स्वास्थ्य बीमा या मेडिक्लेम में शामिल नहीं होते हैं.
Health Plan: ऐसा प्लान जो अस्पताल के रोजाना के खर्च के लिए एक तय राशि मुहैया कराता है, उसे डेली हेल्थ प्लान कहते हैं.
Health Insurance: क्रिटिकल इलनेस और डिजीज-स्पेसिफिक इंश्योरेंस प्लान मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति में फाइनेंशियल प्रोटेक्शन पाने में मदद करेंगे
LIC Arogya Rakshak: आरोग्य रक्षक एक बेनेफिट प्लान है जो किसी खास बीमारी के पता चलने पर एकमुश्त राशि प्रदान करती है.
आपकी उम्र 25 हो या 60 साल, इस हेल्थ प्लान का प्रीमियम बदलता नहीं, जानिए इस पॉलिसी को लेकर क्या कहते हैं एक्सपर्ट
Family Floater: फैमिली फ्लोटर प्लान के प्रीमियम के भुगतान पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80डी के तहत टैक्स डिडक्शन का फायदा ले सकते हैं.